12 April 2009

जितेन साहू की कविताएँ (दो)


लड़की


एक लड़की
खामोश नदी
एक लड़की
बंद किवाड़
एक लड़की
लड़की होने के अलावा भी
बहुत कुछ है
अगर बची रहे साजिश से ...।

-जितेन साहू

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