26 January 2013

गणतन्त्र-दिवस है


-ओमप्रकाश यती

आओ ख़ुशी मनाएँ कि गणतन्त्र-दिवस है
सबको गले लगाएँ कि गणतन्त्र-दिवस है

हम शेख़-बरहमन नहीं हैं, भारतीय हैं
सब मिल के गुनगुनाएँ कि गणतन्त्र-दिवस है

मौसम ने पूछा,किसलिए ये मस्तियाँ इतनी
कहने लगीं हवाएँ कि गणतन्त्र-दिवस है

हत्या,बलात्कार,डकैती के शोर को
अब भी चलो दबाएँ कि गणतन्त्र-दिवस है

जो चोट कर रहे हैं रोज़ संविधान पर
वे आज तो शर्माएँ कि गणतन्त्र-दिवस है

वो कौन है जो आंसुओं को पोंछता नहीं
चलकर उसे बताएं कि गणतन्त्र-दिवस है

दे देंगे जान देश पुकारेगा जब ‘यती’
आओ कसम ये खाएं कि गणतन्त्र-दिवस है

-ओमप्रकाश यती

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