15 August 2012

परम्परा ऋतुराज सम्मान समारोह 2012

नयी दिल्ली, १४ अगस्त २०१२ :  साहित्यियक संस्था "परम्परा" ने वर्ष २०१२ के ऋतुराज सम्मानों का वितरण नयी दिल्ली स्थित इंडिया हैबिटेट सेंटर के स्टीन आडिटोरियम में स्वतंत्रता दिवस की पूर्व संध्या १४ अगस्त को आयोजित एक भव्य समारोह में किया। वर्ष 1999  में काशीनाथ मेमानी द्वारा स्थापित सम्मान स्थापना के १४ वें वर्ष में देश के तीन प्रमुख साहित्यकारों को स्वयं संस्थापक द्वारा प्रदान किया गया। ५०-५० हजार रुपये के "परम्परा ऋतुराज सम्मान" ग़ज़लकार कमलेश भट्ट कमल उनके ग़ज़ल संग्रह "मैं नदी की सोचता हूँ" के लिये तथा कवयित्री डा० वर्तिका नन्दा को उनकी पुस्तक "थी...हूँ...रहूँगी.." के लिये प्रदान किये गये। एक लाख रुपये का "परम्परा विशिष्ट ऋतुराज सम्मान" उर्दू के जाने-माने शायर मुनब्बर राना को उनकी कृतियों "माँ", "मुहाजिरनाम" तथा "सुखन सराय" के लिये प्रदान किया गया। सम्मान से पूर्व साहित्यकारों का परिचयात्मक प्रशस्ति पत्र वाचन किया गया। कमलेश भट्ट कमल के प्रशस्ति पत्र का वाचन डा० अमरनाथ अमर ने, डा० वर्तिका नन्दा के प्रशस्ति पत्र का वाचन जितेन्द्र श्रीवास्तव ने तथा मुनब्बर राना के के प्रशस्ति पत्र का वाचन "परम्परा" के संयोजक राजनारायण बिसारिया ने किया। इस अवसर पर संस्था के संस्थापक, संयोजक के साथ-साथ कैलाश वाजपेयी, अजित कुमार, किशन सरोज, उदयप्रताप सिंह तथा कमलेश भट्त कमल, डा० वर्तिका नन्दा एवं मुनब्बर राना मंच पर उपस्थित थे।
सम्मान समारोह के बाद सम्मानित रचनाकारों ने अपने रचना पाठ से उपस्थित श्रोताओं को मंत्रमुग्ध कर दिया। इस अवसर पर कैलाश वाजपेयी, किशन सरोज तथा उदयप्रताप सिंह ने अपनी कविताएँ सुनाकर श्रोताओं को भावविभोर कर दिया। सम्मअन समारोह का संचालन कवयित्री अलका सिन्हा ने तथा काव्यपाठ का संचालन डा० अशोक चक्रधर ने किया। आभार प्रदर्शन परम्परा की संचालिका किरन मेमानी ने किया।
इस अवसर पर से०रा०यात्री, अशोक रावत, ओमप्रकाश यती, डा० जगदीश व्योम, आलोक श्रीवास्तव, रमा पाण्डेय, सुरेन्द्र शर्मा, बी०एल०गौड़, हरिश्चन्द्र शर्मा, एस०एन०भट्ट, राजेन्द्र निगम, अतुल जैन, रघुवीर शर्मा, डा० लाल रत्नाकर, अशोक माहेश्वरी सहित अनेक गणमान्य साहित्यकारों, कलाकारों  तथा बुद्धिजीवियों ने समारोह की गरिमा बढ़ाई।






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